इंसान गलतियों का पुतला है......गलतियां कोई कार्य करते समय हो सकती है हमारे आचरण में हो सकती हैं, हमारी वाणी के कारण हो सकती हैं तथा हमारे स्वभाव में आये अचानक बदलाव के कारण हो सकती है क्यों कि आज के युग में हर इंसान किसी न किसी तरह के दबाव व् तनाव का शिकार है1
सबसे बड़ी बात है कि हम अपने व्यवहार का मुल्यांकन करें पर अपनी गलती का एहसास होते ही उसे मान लें1
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