रविवार, 24 अप्रैल 2016

इंसान गलतियों का पुतला है

इंसान गलतियों का पुतला है......गलतियां कोई कार्य करते समय हो सकती है हमारे आचरण में हो सकती हैं, हमारी वाणी के कारण हो सकती हैं तथा हमारे स्वभाव में आये अचानक बदलाव के कारण हो सकती है क्यों  कि आज के युग में हर इंसान किसी न किसी तरह के दबाव व् तनाव का शिकार है1
सबसे बड़ी बात है कि हम अपने व्यवहार का मुल्यांकन करें पर अपनी गलती का एहसास होते ही उसे मान लें1
इससे और बड़ी बात यह है कि हम गलती करने वाले को दिल से क्षमा भी कर दें ये सोच कर कि गलती तो हमसे भी होती है और अपने रिश्ते को और मजबूत करने के रस्ते पर आगे बढ़ जाएँ!

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